टिहरी झील में चार करोड़ की लागत से बना फ्लोटिंग मरीना डूबा

टिहरी झील में चार करोड़ की लागत से बना फ्लोटिंग मरीना डूबा

ऐतिहासिक कैबिनेट का गवाह बना फ्लोटिंग मरीना आखिरकार टिहरी झील में डूब गया। 4 करोड़ रुपये की लागत से फ्लोटिंग मरीना वर्ष 2015 में बनकर तैयार हुआ था, लेकिन सरकार और पर्यटन विभाग चार साल में भी इसका संचालन शुरू नहीं करा पाए।

फ्लोटिंग मरीना आखिरकार टिहरी झील में डूब गया। 4 करोड़ रुपये की लागत से फ्लोटिंग मरीना वर्ष 2015 में बनकर तैयार हुआ था, लेकिन सरकार और पर्यटन विभाग चार साल में भी इसका संचालन शुरू नहीं करा पाए। जिस कारण मरीना टिहरी झील में खड़े खड़े पानी के थपेड़ों में उधर से उधर धक्के खा रहा था। इस बीच बीती रात फ्लोटिंग मरीना का आधा हिस्सा टिहरी झील में डूब गया।
वर्ष 2015 में चार करोड़ की लागत का तैरता रेस्तरां फ्लोटिंग मरीना तैयार किया गया था। तब कहा गया था कि टिहरी झील घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए मरीना आकर्षण होगा। तैरते मरीना में पर्यटक खाने पीने का लुत्फ उठा सकेंगे, लेकिन इसके बाद मरीना का संचालन विभाग शुरू नहीं करा पाया। 2015 से ही मरीना झील के जलस्तर में उतार-चढ़ाव के चलते पिछले साल भी मरीना एक पहाड़ी पर फंस गया था।
उस दौरान मरीना के शीशे और कई अहम पार्ट्स का नुकसान भी हुआ था। तब भी काफी मशक्कत के बाद पर्यटन विभाग इसे पटरी पर ला पाया था। जिला पर्यटन अधिकारी टिहरी गढ़वाल एस.एस. यादव का कहना है कि मरीना का एक हिस्सा पानी में डूब गया है। उसे निकालने के प्रयास किए जा रहे है

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