Launch of India Post Payments Bank
IPPB has been envisioned as an accessible, affordable and trusted bank for the common man, to help speedily achieve the financial inclusion objectives of the Union Government. It will leverage the vast network of the Department of Posts, which covers every corner of the country with more than 300,000 Postmen and Grameen Dak Sewaks. IPPB will hence significantly augment the reach of the banking sector in India.
The launch of IPPB marks another significant milestone in the Union Government’s endeavour to take the benefits of a rapidly developing India to the remotest corners of our country.
On the day of the launch, IPPB will have 650 Branches and 3250 Access Points spread across the country. Simultaneous launch events will be held at these branches and access points.
All the 1.55 lakh Post Offices in the country will be linked to the IPPB system by December 31, 2018.
IPPB will offer a range of products such as savings and current accounts, money transfer, direct benefit transfers, bill and utility payments, and enterprise and merchant payments. These products, and related services, will be offered across multiple channels (counter services, micro-ATM, mobile banking app, SMS and IVR), using the bank’s state-of-the-art technology platform.
आईपीपीबी को आम आदमी के लिए एक सुगम, किफायती और भरोसेमंद बैंक के रूप में स्थापित करने की कोशिश की जा रही है, ताकि केन्द्र सरकार के वित्तीय समावेश उद्देश्यों को तेजी से पूरा करने में मदद मिल सके। देश के हर कोने में फैले डाक विभाग के 3,00,000 से अधिक डाकियों और ग्रामीण डाक सेवकों के विशाल नेटवर्क से इसे काफी लाभ मिलेगा। इसलिए आईपीपीबी भारत में लोगों तक बैंकों की पहुंच बढ़ाने में उल्लेखनीय भूमिका निभाएगा।
आईपीपीबी का शुभारंभ तेजी से विकास की ओर बढ़ते भारत का लाभ देश के दूरस्थ कोनों में सुलभ कराने संबंधी केन्द्र सरकार के प्रयासों को मजबूती देने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
शुभारंभ के दिन, आईपीपीबी की देश भर में 650 शाखाएं और 3250 एक्सेस प्वाइंट (पहुंच केन्द्र/कार्यकलाप केन्द्र) होंगे, जहां समानांतर रूप से शुभारंभ कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
देश भर में सभी 1.55 लाख डाकघर 31 दिसंबर, 2018 तक आईपीपीबी प्रणाली से जुड़ जाएंगे। .
आईपीपीबी बचत और चालू खातों, धन हस्तांतरण, प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण, बिल और उपयोगिता भुगतान और उद्यम एवं वाणिज्यिक भुगतान जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराएगा। इन सुविधाओं एवं इससे जुड़ी अन्य संबंधित सेवाओं को बैंक के अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हुए बहु-विकल्प माध्यमों (काउंटर सेवाएं, माइक्रो-एटीएम, मोबाइल बैंकिंग एप, एसएमएस और आईवीआर) के जरिए उपलब्ध कराया जाएगा।