अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना’

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मुख्य बात है .यह.सभी के लिये. है…
अपने आस पास के सभी लोगों को इस योजना के लाभ के बारें मे बताए

उत्तराखंड में योजना के लिए सभी 98 सरकारी अस्पताल से अनुबंध किया है। वहीं, निजी अस्पतालों में इमरजेंसी में तो सीधे लाभ मिलेगा, अन्यथा की दशा में सरकारी अस्पताल ने निजी अस्पताल को रेफर करना होगा। अस्पताल में आने पर आधार कार्ड साथ लाना होगा। योजना का लाभ राज्य के 65 निजी अस्पतालों में मिलेगा। निजी अस्पतालों में दून के 26, हरिद्वार के 13, टिहरी का एक, पौड़ी के दो, नैनीताल के छह और ऊधमसिंहनगर के 17 अस्पताल शामिल हैं। योजना में राज्य के बड़े अस्पताल एम्स, हिमालयन, श्री महंत इन्दिरेश, सिनर्जी को भी शामिल किया है।.

मेदांता में भी मिलेगा इलाज.

योजना में प्रदेश और बाहर के 14 बड़े अस्पतालों से सरकार ने एमओयू किया। पर राज्य के बाहर के अस्पतालों में शुरुआत में केंद्र की आयुष्मान भारत योजना के 5 लाख 37 हजार पात्रों को ही इलाज मिल पाएगा। बाद में उत्तराखंड की अटल आयुष्मान योजना के लाभार्थियों को भी इनमें इलाज मिल पाएगा। इनके साथ हुआ एमओयू: मेदांता-गुरुग्राम, नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट-दिल्ली, वेलेंटिस केंसर हास्पिटल-मेरठ, यशोदा अस्पताल-गाजियाबाद, आर्टिमिस्ट अस्पताल-गुरुग्राम, एम्स- ऋषिकेश, मेट्रो अस्पताल-हरिद्वार, हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट-देहरादून, सिनर्जी-देहरादून, सीएमआई -देहरादून, दृष्ट आई क्लीनिक-देहरादून, अमृतसर आई क्लीनिक-देहरादून, महंत इद्रेश अस्पताल-देहरादून, हंस फाउंडेशन अस्पताल-पौड़ी, निर्मल अस्पताल-ऋषिकेश .

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पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर आज उत्तराखंड में ‘अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना’ की शुरूआत हो गयी। इसके साथ ही सभी प्रदेशवासियों को निशुल्क स्वास्थ्य सुविधा देने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन गया। इस योजना के तहत राज्य में रहने वाले हर परिवार को प्रतिवर्ष पांच लाख रुपये के निशुल्क इलाज की सुविधा मिलेगी । मुख्यमंत्री ने यहां इस योजना को लागू करने के बाद विभिन्न लाभार्थियों को योजना से संबंधित ‘गोल्डन कार्ड’ वितरित किए। इस दौरान योजना के तहत चिन्हित विभिन्न अस्पतालों के साथ समझौता ज्ञापन :एमओयू: भी किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री रावत ने जल्द ही बच्चों व बुजुर्गों के लिए निशुल्क ओपीडी की भी सुविधा देने व 26 जनवरी से राज्य में पूरी तरह से समर्पित एयर-एम्बुलेंस शुरू करने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना की वेबसाइट व ऐप की भी औपचारिक शुरूआत की । उन्होंने कहा, ‘हमारे शास्त्रों में ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे संतु निरामया’ कहा गया है। राज्य सरकार भी इसी भावना पर काम कर रही है। उत्तराखण्ड की विषम भौगोलिक परिस्थितियों में हम तकनीक का उपयोग करने का प्रयास कर रहे हैं। हमने टेली रेडियोलॉजी, टेली मेडिसिन की सुविधा अनेक दूरस्थ चिकित्सा केंद्रों में प्रारम्भ की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आयुष्मान भारत योजना को अपनी इस योजना की प्रेरणा बताते हुए मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि कोई भी व्यक्ति धन के अभाव में इलाज से वंचित न रहे इसीलिए इस योजना में राज्य के सभी परिवारों को कवर किया गया है और इसमें कैशलैस इलाज का प्रबंध किया गया है। उन्होंने कहा कि इन्श्योरेंस में आने वाली दिक्कतों को देखते हुए योजना को ट्रस्ट मोड में संचालित किया जा रहा है और योजना को बहुत ही सरल बनाया गया है । मुख्यमंत्री ने बताया कि इस योजना से 23 लाख परिवार लाभान्वित होंगे तथा 1350 गंभीर बीमारियों का इसमें उपचार हो सकेगा। उन्होंने कहा कि 99 सरकारी व 66 निजी चिकित्सा संस्थान इसमें चयनित हैं। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी से राज्य में पूरी तरह से समर्पित एयर-एम्बुलेंस सेवा शुरू की जाएगी। अभी आवश्यकता होने पर गम्भीर रोगियों के लिए हेलीकाप्टर उपलब्ध करवाया जाता है।