केदारनाथ में इस वर्ष (2018) दर्शन के लिए 7 लाख 32 हजार दो सौ चौदह तीर्थयात्री पहुंचे
केदार यात्रा से मंदिर समिति को हुई 14 करोड़ से ज्यादा की आमदनी
केदारनाथ में इस वर्ष (2018) दर्शन के लिए 7 लाख 32 हजार दो सौ चौदह तीर्थयात्री पहुंचे। बता दें कि इस बार 1 लाख 22 हजार 935 तीर्थयात्री हेलिकॉप्टर से केदारनाथ गए और 98,680 तीर्थयात्री हेलिकॉप्टर से वापस आए।
केदारनाथ के कपाट मई महीने में खुलने के साथ ही इस वर्ष (2018) सात लाख से ज्यादा तीर्थ यात्रियों ने दर्शन किए। बदरी-केदार मंदिर समितिको केदारनाथ मंदिर और अन्य पंच केदार मंदिरों से करीब 14 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम मिली।
केदारनाथ में इस वर्ष (2018) दर्शन के लिए 7 लाख 32 हजार दो सौ चौदह तीर्थयात्री पहुंचे। बता दें कि इस बार 1 लाख 22 हजार 935 तीर्थयात्री हेलिकॉप्टर से केदारनाथ गए और 98,680 तीर्थयात्री हेलिकॉप्टर से वापस आए। यही नहीं, 2 लाख 38 हजार 612 तीर्थयात्री घोड़े-खच्चरों से, 9,151 तीर्थयात्री पालकी से और 14,039 तीर्थयात्री कंडी से केदारनाथ दर्शन के लिए गए। इससे जहां सरकार को करोड़ों रुपये का राजस्व मिला, वहीं सैकड़ों लोगों को रोजगार भी मिला। बदरी-केदार मंदिर समिति को केदारनाथ मंदिर और अन्य पंच केदार मंदिरों से करीब 14 करोड़ 50 लाख रुपये की रेकॉर्ड आमदनी हुई।
केदार यात्रा का धार्मिक महत्व तो है ही, यह तीर्थयात्रा प्रदेश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। खास बात यह है कि प्रदेश की लगभग तीस प्रतिशत आबादी की जीविका चारधाम से चलती है। इस बार अहम बात यह रही कि केदारनाथ यात्रा के दौरान सरकारी आंकड़ों के अनुसार 500 गंभीर और 35 हजार से ज्यादा साधारण रोगियों को धाम में ही उपचार मिला। हालांकि, इस यात्रा के दौरान कुछ तीर्थ यात्रियों की स्वास्थ्य कारणों से मौत भी हुई।
केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग में 109 शौचालयों की मरम्मत की गई और 125 नए शौचालय बनाए गए। खच्चरों की लीद की मार्ग से सफाई के लिए 11 लीद टैंक बनाए गए। यात्रा मार्गों में स्थापित आईपी कैमरों की मदद से कंट्रोल रूम से यात्रियों निगरानी की गई। इतना ही नहीं, केदारनाथ में पहली बार सभी कंपनियों की 4जी सर्विस का भी तीर्थयात्रियों को लाभ मिला।