यह मेरा लिखा लेख नहीं है. किसी और ने पूरी निष्पक्षता से लिखा है. बिल्कुल ऐसी ही सलाह कितनी बार और कितने ही लोगों को दी है. एक बार पढियेगा जरूर. तर्क वितर्क की जरूरत नहीं है. जैसा समझ मे आये वैसे ही समझ लीजिएगा.
क्या सच में इतने सारे लोगों को IAS की तैयारी करनी चाहिए ?
जबसे 12th क्लास के रिजल्ट आये हैं हर दिन 50 से ज्यादा पेरेंट्स के फोन आ रहे हैं सब अभी से अपने बच्चों को IAS की तैयारी कराना चाहते हैंताकि 2 -3 साल कोचिंग की बेंचें घिसते घिसते उनका बच्चा फ़ाइनल ईयर में ही कलेक्टर बन जाए मैं उन्हें एक ही जवाब देता हूँ “IAS बनने के लिए ग्रेजुएट होना जरुरी है ”पेरेंट्स – हाँ वो तो हमें पता है इसलिए टॉपर होने के बावजूद हमने अपने बच्चे का एडमिशन भोपाल के सबसे घटिया कॉलेज में करा दिया है,जहाँ उसे बिना क्लास अटेंड किये ग्रेजुएशन की डिग्री मिल जायेगी और वो बेफिक्र होकर 3 साल तक बेरोकटोक कोचिंग जा सकेगा मैं – आप समझे नहीं. UPSC क्लियर करने के लिए ग्रेजुएट होना जरुरी है,ग्रेजुएशन की डिग्री लेना नहीं पेरेंट्स – आप कुछ भी बोलते हैं. किस IAS टॉपर ने अपने इंटरव्यू में कहा कि IAS बनने के लिए अच्छे कॉलेज से ग्रेजुएट होना जरुरी है. सब तो यही बोलते हैं कि अभी से कोचिंग ज्वाइन करो और इनसाइट के आंसर्स लिखो मैं – क्योंकि कोई टॉपर नहीं चाहता कि आपका बच्चा भी उनके जैसे IAS में टॉप कर जाए,पर जो वो नहीं बोलते उसपर गौर करना चाहिए. “कौन सा IAS टॉपर सड़कछाप कॉलेज से ग्रेजुएट है”“हर IAS टॉपर में एक ही चीज़ कॉमन होती है कि उनकी पढ़ाई देश के सबसे अच्छे स्कूलों/कॉलेजों में हुई है…और इन बेहतरीन संस्थाओं में हुई ग्रूमिंग के कारण ही वो IAS बन पाए”पेरेंट्स – मतलब आपके हिसाब से कोचिंग किसी को IAS नहीं बना सकतीं मैं – बिल्कुल. कोचिंग किसी गधे को घोड़ा नहीं बना सकतीं.पेरेंट्स- तो फिर आप कोचिंग क्यों चलाते हैं मैं- ताकि वो बच्चा जो एक अच्छा ग्रेजुएट है उसे IAS बनाया जा सके. वो स्टूडेंट जिसकी 12 वीं के बाद ग्रूमिंग बंद हो गयी उसे तो भगवान् भी IAS नहीं बना सकता पेरेंट्स – पर हर टॉपर को देखकर ये लगता है कि IAS की तैयारी में 4 से 5 साल का समय लगता है,इसलिए बच्चे को फर्स्ट ईयर में ही कोचिंग भेज देने से उसका सलेक्शन जल्दी हो जाएगा मैं – देखिये एक अच्छा ग्रेजुएट 1 साल में IAS की तैयारी बहुत अच्छे से पूरी कर सकता है और एक साल में ही सलेक्शन ले सकता है. पर अगर आप 12 वीं के अल्पविकसित दिमाग को IAS की तैयारी में लगाओगे तो उसे वही चीज़ें समझने में 4 -5 साल लग जाएंगे जो ग्रेजुएट 1 साल में ज्यादा अच्छे से समझ सकता है पेरेंट्स – तो क्या 12 वीं के तुरंत बाद IAS की कोचिंग ज्वाइन नहीं करानी चाहिए मैं – अगर आप अपने बच्चे से थोड़ा सा भी प्यार करते हैं तो बिल्कुल भी नहीं क्योंकि – 12 वीं के तुरंत बाद कोचिंग करने वालों के सलेक्शन की संभावना सबसे कम होती है – 12 वीं के तुरंत बाद IAS की तैयारी करने वाले 90 % बच्चे दूसरे साल ही डिप्रेस हो जाते हैं और ताउम्र उस डिप्रेशन से नहीं निकल पाते – इन बच्चों के पास कोई अच्छी कॉलेज डिग्री नहीं होती इसलिए पूरी ज़िन्दगी ये बेरोज़गार ही रहते हैं – कॉलेज का एक्सपोजर,फन व ग्रूमिंग मिस कर देने के कारण ये बच्चे सोसाइटी में मिसफिट हो जाते हैं और पूरी ज़िन्दगी हीन भावना के शिकार रहते हैं पेरेंट्स – तो फिर सारी कोचिंग्स 3 साल का बैच क्यों चलातीं हैं मैं- ताकि आपके जेब से ज्यादा पैसा निकाल सकें. एक साल की फीस आप ज्यादा से ज्यादा कितनी दोगे. 3 साल के कोर्स में आपसे तीन गुना फीस ली जा सकती है जबकि सच्चाई ये है कि UPSC का सिलेबस इतना बड़ा है ही नहीं कि उसे तीन साल तक पढ़ाया जा सके. इसलिए ना तो कोचिंग आपके बच्चे को तीन साल तक पढ़ाती हैं और ना ही आपका बच्चा तीन साल तक कोचिंग जाता है. पर कोचिंग को पूरे तीन साल की फीस एडवांस में मिल जाती है पेरेंट्स – तो अगर हम अपने बच्चे को IAS बनाना चाहते हैं तो हमें क्या करना चाहिए मेरा उत्तर- – उसे अच्छे से अच्छे कॉलेज में एडमिशन दिलाइये – उसे उसकी पसंद का सब्जेक्ट पढ़ने दीजिये – उसे दोस्त बनाने दीजिये – उसे मस्ती करने दीजिये – उसे नेतागीरी करने दीजिये – उसे कॉलेज की हर एक्टिविटी में पार्टिसिपेट करने दीजिये – उसे गिटार से लेकर बाइक राइडिंग तक हर हॉबी ट्राई करने दीजिये क्योंकि ये सब करते हुए जिस दिन वो खुद की इज्जत करना सीख जाएगा उस दिन वो चुटकियों में IAS बन जाएगा