Improvement in functioning of UKPSC ,RESULT OF PCS will be declared within a year
प्रदेश में अब पीसीएस की परीक्षा जिस वर्ष होगी, उसी वर्ष उसका अंतिम चयन परिणाम जारी कर दिया जाएगा।
अभी तक उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की पीसीएस परीक्षा के बाद कई-कई साल तक रिजल्ट जारी नहीं हो पाते हैं। इस वजह से उत्तराखंड गठन के बाद आज तक केवल पांच पीसीएस परीक्षाएं पूरी हो पाई हैं। छठी परीक्षा की प्रक्रिया दो साल से चल रही है। राजभवन में चल रहे टॉपर्स कानक्लेव के दूसरे दिन उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष मेजर जनरल आनंद सिंह रावत(रिटा.) ने यह जानकारी दी।
हालात यह हैं कि लोक सेवा आयोग पीसीएस या अन्य भर्ती परीक्षाओं के विज्ञापन प्रकाशित करता है। इसके बाद वह विवादों में फंसते हुए कई-कई साल तक प्रक्रिया लटकी रहती है। प्रदेश में पीसीएस परीक्षा इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।
राजभवन में जब आयोग के अध्यक्ष मेजर जनरल एएस रावत(रिटा.) मेधावियों से रूबरू हुए तो उन्होंने प्रमुखता से आयोग की इस कार्यप्रणाली को लेकर सवाल पूछे। आयोग अध्यक्ष ने बताया कि जब उन्होंने कार्यभार ग्रहण किया तो देखा कि वर्ष 2016 या इसके बाद हुई कई भर्ती परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाएं सीलबंद पड़ी हुई थी।
उन्होंने तत्काल उनका मूल्यांकन शुरू करा दिया। उन्होंने होनहारों को आश्वासन दिया कि अब हर साल पीसीएस परीक्षा होगी। हर साल नतीजा आएगा। दूसरी सभी भर्ती से संबंधित परीक्षाएं भी हर साल आयोजित होंगी। उनका परिणाम भी एक साल के भीतर जारी किया जाएगा।
उत्तराखंड बनने के बाद उत्तराखंड लोक सेवा आयोग अस्तित्व में आया। पहली परीक्षा पीसीएस 2002 की हुई। इसका परिणाम वर्ष 2005 में आया। पीसीएस 2004 का परिणाम करीब वर्ष 2007 में आया। पीसीएस 2006 का रिजल्ट वर्ष 2010 में आया। पीसीएस 2010 का परिणाम वर्ष 2014 में आया। पीसीएस 2012 का परिणाम 2017 में आया। अब पीसीएस 2016 की प्रक्रिया चल रही है। अभी तक मुख्य परीक्षा का परिणाम जारी नहीं हुआ है।