UKPSC Latest current affairs 26-11-2018

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………भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी, गीतकार प्रसून जोशी तथा प्रदेश के दो गढ़वाली गायकों को उत्तराखंड के प्रमुख विश्वविद्यालय डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान करेंगे ।
* मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसकी घोषणा रविवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में की ।
———उन्होंने बताया कि दून विश्वविद्यालय पूर्व केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री एवं पूर्व भाजपा अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी के साथ प्रमुख गढ़वाली गायक नरेंद्र सिंह नेगी को उनकी उपलब्धियों के मद्देनजर मानद उपाधि प्रदान करेगा ।

इसके लिये मुख्यमंत्री ने प्राचीन भारतीय संस्कृति को लेकर लिखे गए जोशी के साहित्य की प्रशंसा की । इसके अलावा उन्होंने नेगी की गायिकी की भी तारीफ की और कहा कि उन्होंने गढ़वाली भाषा के लुप्त हो रहे शब्दों का प्रयोग कर उन्हें पुनर्जीवन दिया है ।
——इसी तरह, नैनीताल स्थित कुमाऊं विश्वविद्यालय प्रख्यात गीतकार एवं सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी को डॉक्टरेट की मानद उपाधि देगा । मुख्यमंत्री ने उनकी उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि जोशी ने बॉलीवुड की छह सुपरहिट फिल्मों के गीत लिखे हैं । उन्होंने इसमें विशेष रूप से आमिर खान की ‘तारे जमीं पर’ का उल्लेख किया ।
……….गढ़वाल की जागर शैली के प्रख्यात गायक प्रीतम भरतवाण को उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय डॉक्टरेट की मानद उपाधि देगा

……………………………………………………………………………………………………….2……….<>उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सोमवार को यहां देश के पहले हाईपर कन्वर्जड इन्फ्रास्ट्रक्चर (एचसीआई) टेक्नोलॉजी युक्त स्टेट डाटा सेन्टर का उद्घाटन किया।
—–उत्तराखण्ड सरकार की सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (आईटीडीए) द्वारा विकसित यह 3-टीयर राज्य डाटा सेन्टर 100 प्रतिशत सॉफ्टवेयर आधारित एचसीआई तकनीक युक्त *देश का पहला डाटा सेन्टर है।
यहां सहस्त्रधारा रोड स्थित आईटी पार्क में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रावत ने राज्य में स्टेट डाटा सेन्टर को निश्चित समयसीमा से पूर्व कुशलतापूर्वक स्थापित करने के लिए आईटीडीए की टीम को बधाई देते हुए कहा कि सरकारी परियोजनाओं को निश्चित समयसीमा के भीतर आरम्भ व समाप्त करना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि सरकार प्रयास कर रही है कि हर विभाग के बजट का एक निश्चित भाग आईटी व तकनीकी विकास पर लगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य को स्टेट डाटा सेन्टर की बहुत समय से प्रतीक्षा थी और यह सेन्टर अत्याधुनिक व हरित तकनीक पर आधारित है।
इस डाटा सेंटर को जल्द ही सौर उर्जा से जोड़े जाने की जरूरत बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शीघ्र ही सभी सरकारी भवनों में सौर उर्जा के उपयोग पर कार्य करने जा रही है। उन्होंने कहा कि अत्याधुनिक स्टेट डाटा सेन्टर की स्थापना से सरकार के सभी विभागों की जानकारियां एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगी तथा हमारे कार्यो में गति तेज होने के साथ ही ऊर्जा की बचत भी होगी। यह सेंटर राज्य सरकार के विभिन्न विभागों को सभी प्रकार की सुरक्षित, विश्वसनीय, कुशल व हर समय उपलब्ध रहने वाली डिजिटल सेवाएं प्रदान करेगा।
उत्तराखण्ड स्टेट डाटा सेन्टर को बिजली के उपयोग को कम करने व बिजली दक्षता बढ़ाने हेतु ग्रीन कांसेप्ट पर विकसित किया गया हैं। यह विभिन्न विभागों के लिए एक साझा डाटा सेन्टर है जिसके माध्यम से विभाग अपनी आईटी जरूरतें सामान्य निजी क्लाउड पर पूरी कर सकते है।

आधुनिक बायोमेट्रिक प्रणाली एवं 24 घंटे सीसीटीवी निगरानी स्टेट डाटा सेन्टर को और अधिक सुरक्षित व विश्वसनीय बनाते हैं।

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आजादी के 70 साल बाद रविवार को उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित सीमांत गांव घेस में बिजली पहुंची, जिसकी औपचारिक शुरुआत मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बिजली का स्विच ऑन कर की। एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, घेस में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रावत ने चमोली जिलाधिकारी को घेस, हिमनी और बलाण गांवों के नियोजित विकास और स्थानीय लोगों की आय बढ़ाने के लिए योजनाओं की डीपीआर बनाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री के आग्रह पर वहां मौजूद केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नायक ने घेस क्षेत्र में राष्ट्रीय जड़ी बूटी संस्थान खोले जाने की सैद्धांतिक स्वीकृति की घोषणा की। उन्होंने घेस को आयुष ग्राम बनाने में उनके मंत्रालय की ओर से हर संभव सहयोग दिए जाने की बात भी कही। हिमालय की त्रिसूली और नन्दा घुंघटी की तलहटी में बसे देवाल ब्लाक के सीमान्त गांव घेस में जड़ी बूटियों के संरक्षण, संवर्धन और विपणन के लिए कुटकी जड़ी बूटी महोत्सव का आयोजन भी किया गया।